माँ तेरे मटमैले आँचल का हमेशा मेरे सर पर एक पहरा रहता है, मैं थक कर आता हूँ जब तेरी गोद का ही एक आसरा रहता है। मेरे दिल में छुपी हुई हर बात जाने कैसे जान लेती हो तुम , माँ तेरी गैर मौजूदगी में मुझको दुनिया से ख़तरा रहता है । तुम गुरु, तुम मित्र, तुम पालक माँ तुम्हें मैं भला क्या दर्जा दूँ, माँ तेरे ममतामयी साए में मेरा हर ग़म भूला बिसरा रहता है। तुम्हारी रूखी झिडकियाँ भी जाने क्यों मीठी लगती है मुझको, एक तेरे महज़ रुठ जाने से मेरा सारा आलम बिखरा रहता है । मेरी असहनीय दर्द भरी चोट का तेरी गर्म फूँक ही तो इलाज है , जो ना लूँ पेशानी पर तेरा बोसा पूरा दिन चेहरा उतरा रहता है । माँ जो तुम हो तो मेरी ज़िंदगी में खुशियाँ ही खुशियाँ बसती हैं तुम बिन मेरा यह जीवन किसी बियाबान सा सहरा रहता है। दुनिया की हर माँ को कह दूँ ईश्वर तो भी कम है यह 'अनाम', एक माँ के होने से इस जहाँ का हर एक बच्चा सँवरा रहता है। माँ ❤ #pnpabhivyakti #pnpabhivyakti5 #pnphindi #अनाम_ख़्याल #रात्रिख़्याल #माँ