भारत माँ के वाम वक्ष पर देशभक्ति के मुख्य अक्ष पर मध्यप्रदेश का सूरज रीवा है तिथियो सा प्रथम परिवा है यह बघेलखंड की धरती मोहन श्वेत शेर की धरती भाषा यहां की हिंदी भारती बोली मीठी बघेलखंडी बीहर बिछिया से सिंचित माटी तिल दलहन से पोषित धरती जैसे प्रभु ने अपना ही घर माना हो आये आगंतुक का स्वागत करते कहते सब आबा हो फिर भी कोई भाषावाद नही क्षेत्रवाद का राग नहीं ऐसी पवन परंपरा किसी शहर के पास नही #MeraShehar