नही सजता हैं सिंदूर मांग मे न मंगलसूत्र का अब टेंसन हैं बिंदिया लगाना चूड़ियां पहनना अब आउटडेटेड फैशन हैं कमर तक लटकती छोटी भी अब गायब सी हो गई है छोटे छोटे बाल रखना हो गया अब आजकल का फैशन हैं आँखों मे काजल कम अब तो मस्कारा ही खूब लगाती हैं नीली,पीली,लाल,गुलाबी नकली पलके खूब सजाती हैं जो नथनी थी कभी नाक की शोभा वो जाने कहाँ कहाँ सजाती हैं मुख का तेज गायब हो गया अब रंगों से गाल रंगाती हैं गजरे की महक अब कहा मिले वो गजरा ही नही लगाती है सेंट डेंट परफ्यूम लगाकर अब वो खुद को महकाती हैं नए डिजाइन के परिधान जो अब बाजारों में आये हैं उन्हें पहनना इनके मन को बहुत ही ज्यादा भाये है अब अंग प्रदर्शन करना शायद इनकी मजबूरी लगती है शायद इनको लगता है कि इससे इनकी सुंदरता खूब झलकती है गर कह दे कोई इनको कुछ तो ये बहुत ही तेज भड़कती हैं कुछ भी पहने क्या करना है तुमको हम आजाद है ऐसा कहती है पर अब भी कोई नारी जब भारतीय परिधान में कही भी दिखती है ! सच कहता हूँ सबकी आँखे उसकी ओर इज्जत से तकती है शर्म,सादगी,भोलापन ही तो एक स्त्री की पहचान है ! मत त्यागो तुम इनको हे नारी इनसे ही तुम्हारा स्वाभिमान हैं ©Ankur tiwari #aajkibat