तुमने बेफिक्री का बहुत गलत मतलब समझ लिया है तुम बेफिक्री को समझ ही नहीं पाए इसी लिए गाड़ी तेज चला कर, किसी से बत्तमीजी से बात करके या सप्ताहांत पर शराब पीने और बॉस को गाली देने को तुम बेफिक्री का नाम देते हो। बेफिक्री होती है विचारों की जहां तुम नकार देते हो अपने पर थोपे गए सभी आवरण को और स्वतंत्र मन से अपने रास्ते तलाशते हो। एक बेफिक्री के साथ इस बात से निडर की ये होगा तो क्या होगा।और जब तुम इस तरह की बेफिक्री के साथ जीते हो तो तुमको जो मिलता है ना वो अनमोल है और वो ऐसा कुछ है जिसे तुम वाकई अपन #जिंदगी#जीवनदर्शन