ज़िद्दी बचपन बड़ा ही नटखट है, कभी हसाता है तो कभी रुलाता है, हमारे बचपन की बात ही कुछ और हुआ करती थी, मिटटी के खिलोने और कागज की नाव चला करती थी, कभी राजा रानी की कहानी, तो कभी किराए की साइकिल हुआ करती थी, जामुन और आम चुरा के खाने में आता था मज़ा और पकडे जाये तो मिलती थी मुर्गे वाली सजा फिर लौटके आजाये वो बचपन वाले दिन जिसमे थोड़ी ज़िद थी थोड़ा अलादीन का जिन! #Nojoto #NojotoApp #nojotohindi #2019 #motivational #thoughts