जहाँ पर हर अपना होगा वो प्यार से घर अपना होगा कालिया होंगी फलिया होंगी झूले और बगिया होंगीं गार्डन में पेड़ों के बीच खलती गिलहरी चिड़िया होंगी और कमरे की खिड़की से देखिती ये दुनिया होगी जहाँ सूरज की किरण सबसे पहले मेरे अँगने में आती होगी मेरे कान्हा के कोमल पैरो को छु फिर असमा में जाती होगी जहाँ रात के चकोर पक्षी चाँद की चाँदनी में मुस्कुराते हो वही कही ऐसी दुनिया मे वो मेरा घर अपना होगा ।। @srishti..... #nojoto#mydreamhouse...