तेरे नसीब में जो लिखा है...वो वही होगा, कुदरत का कानून... कोई क्या बदल पायेगा; खुदा से खुदाई जो छिन नहीं पाया, वह क्या तुझसे उसकी बन्दगी लेगा; एक ना एक दिन जाना है सबको, उस महशर में, तुझे किस बात का गम है; अकीदत और ईमान सही रख, सही में तू सैय्यदी कह लायेगा। Strong desire for being good