एक शक्श को हम भी मुज़बानी याद थे ये अलग बात है तब सिर्फ हम उसके पास थे मुर्शाद वो तो सबको ही पाने की ख्वाहिश रखता था और हम सोचते रहे सिर्फ हम ही उसके खास थे ©BY KHADUUS #Tuaurmain