"गणेश स्तुति" हे गणनायक ! सिद्धिविनायक प्रथम पूज्य और मंगलदायक सभी विघ्न अब करें तिरोहित सिद्ध सभी काज हो मेरे हित || साथ तुम देना जीवन -रण में शत्रु पराजित हो इक क्षण में विजयश्री तुम्हारे साथ ही आए दुर्बद्धि कभी झाँक नहीं पाए || रिद्धि -सिद्धि संग आनंद लेकर आन विराजो गणपति मेरे घर हरो दरिद्रा, सुख -समृद्धि दो सुकृत, सफलता और सुबुद्धि दो || तव अभिनन्दन करुँ शिवनंदन दूर्वा, सिंदूर अरु मोदक अर्पण सर्व मनोरथ मेरे पूरन कर दो घर -आँगन में खुशियाँ भर दो || दोहा - आदिदेव का ध्यान धर, दिन में करो प्रवेश पूर्ण करें सब काज तव, काटे सकल कलेश | ©स्मृति.... Monika #GaneshChaturthi#©स्मृति... मोनिका