" मेरी आशिक़ी " ये सोच किस दर्जा हम आशिक़ी मे डूबे थे, उसी ने दिल तोड़ा,ठुकराया,उसी पे मरते रहे... .. मुलाकातें झकझोरती,निशां-निशां पड़ते गये, क़त्ल बारीकी से हुआ,हम इश्क़-2 कहते गये... ©kabir pankaj मेरी आशिक़ी... #MyPoetry #mylove #aashiq #hindi_poetry #kabirpankaj #ishq #broken_heart #Drops