आँखों से ओझल हो गया, टूटा हुआ कोई तारा था कभी सोने की चीडी़या थी अब हो रही है बैसाहारा, कभी राजाओ का देश था अब लोग है यहॉ के दुखीयारा फीर भी हम शान से कहते हिन्दुस्तान देश है हमारा, सारे जगो से हमको है ये प्यारा, अॉखों से औझल जरूर हुआ है पर टुटने के बाद चमकता सा है ये कोई तारा चमकता सा है ये कोई तारा |