White त्योहार बदलगे , संस्कार बदलगे,,बाकी सूण बदलगे सकरात आले,, धर्म तो था गांव की छौरी न पैसे देन का,,साले निद कि गोली देन लागगे,,शिकारी होरे है रात आले,,मोका मिलते हि जात बदल ले,,मेढ़क होरे है बरसात आले ©पागल शायर बबबु मान दा फैन #sad_quotes शायरी दर्द 'दर्द भरी शायरी'