मनुष्य, एक सामाजिक वायरस कौन किससे बचा रहा है खुद को? मनुष्य या प्रकृति? कौन किसको बिगाड़ रहा है? मनुष्य या प्रकृति? नियति कौन लिख रहा है? मनुष्य या प्रकृति? कौन वायरस है किसके लिए? मनुष्य या वायरस? बना हुआ बिगड़ रहा है या बिगड़ा हुआ बन रहा है? #मनुष्य #वायरस #yqbaba मनुष्य, एक सामाजिक वायरस