Happy Vasant Panchami जय-जय हे माँ सरस्वती कला निधि,महा तपस्विनी वीणा वादिनी,जग कल्याणी मधुर वाचिनी हे मयूरासिनी मुझको तुम सद्बुद्धि दे दो अपनी कला का अंश भर दे दो दे दो वाणी में बस मिठास इसके सिवा नहीं कोई आस सरल कलामय हो ये जीवन निश्चल पावन हो मेरा मन दूर हो ये मन की भटकन जन सेवा में लगे ये तन #NojotoQuote #nojoto #nojotohindi #vasantpanchami #tst #prayer #poetry #kiranbala