2023 की आखिरी ** ऩज्म** बस एक बार देखा , और देखते ही रह गए ! पूरा चेहरा क्या पाते , जब होठों में फस के रह गए !! उफ्फ यह अलकों की उलझन , आंखों की शरारत,कयामत बाहें, हाथों की शिफा ,छू ले और सोना कर दे, तभी से हम चांदी की पायल हो गए !! पूरा चेहरा क्या पाते होंठों....... ~देवेश त्रिपाठी ©देवेश 'अनम' #lightning #newyear #New #new_post #Love