दिलों से रंजिश निकाल दो यारों, क्या तेरा क्या मेरा भुला दो यारों राम भी अपना और रहीम भी, मज़हब को भूलकर इंसानियत को गले लगा लो यारों सुप्रभात। आप सभी को ईद मुबारक हो। हमें याद रखना चाहिए कि रंजिशें इंसान को इंसान से दूर ले जाती हैं। #रंजिश #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi