#खुशियाँ #मृत्यु शब्दों को जोड़ कर कभी कभी खुद ही रोने लगती हूँ.... #पात्र मिंकू काल्पनिक सारी खुशियाँ जोड़ कर देखा मम्मा चीकू (दोश्त )के दादा जी ओर अंकल जिनको गॉड ने अपने पास रख लिया.. वो जो सारे रो रहे थे उस दिन जो जल (अंतिम संस्कार )रहे थे तो मैने बोला पानी डालो, जो मै चाय से थोड़ा जला तो तुमने लोशन लगाया था ना मम्मा वो सारे क्यूँ नहीं दिया उन्हें..जब तुम नहीं गयी थी मम्मा सारे ऑन्टी के साथ रो रही थी....................... सारी खुशियाँ जोड़ कर देखा मैने मम्मा वो जो चीकू था ना.. .. वो जितना रोया वो थोड़ा ज्यादा था... जब सारे चले गए फिर जो चीकू रोया जब हम पार्क गए चीकू खूब रोया, हर वक़्त रो ही रहा था.... माँ खुशियाँ थोड़ी थी चीकू के पास.... पर रोया ज्यादा..... माँ ने बोला.... .. अभी पुरी जिंदगी पड़ी है मिंकू.... रोना ज्यादा पड़ेगा.. खुशियाँ थोड़ी कम होगी...... बच्चे ने गुस्सै में सारे भगवान की फोटो तोड़ फोड़ दी.... .. ओर फेक दी.. माँ ने एक थपड़ मारा.... ओर मिंकू जब रोने लगा तो वो चली गयी... उसने एक फोटो का टुकड़ा उठाया ओर हॅसने लगा.. . मैथ के जो सर है ना उनसे पढोगे..... गॉड... खुशियाँ ओर आँशु बराबर होना चाहिए..... एक बहुत ज्यादा नहीं... ओर सर को बोलूंगा गॉड को मारो.... सारे लोगों की चोरी कर लेता.. चीकू को तुमने रुलाया... . माँ दरवाजे के पीछे से आयी गोद में लेकर बोला..... मैथ्स के सर ने फ़ोन किया है वो अभी कुछ दिनों के लिए बाहर गए है..... ओर माँ रोने लगी.... माँ को रोता देख मिंकू ने बोला..... हर बार गॉड की शिकायत नहीं कर पाता हूँ... माँ तुम झूठ बोल कर गॉड को फिर बचाने लगी......... ©Mallika #Thoughts