हवा ने उनकी ज़ुल्फ़ों को कुछ यूँ छुआ, उसका आसर हम पे कुछ इस कद्दर हुआ हम बोले खुद से हे! खुदा काश मे वों झोंका होता जो उनकी जुल्फ़ो से टक्कराया हवा का झोंका