अगर मै कुछ उसे समझाऊँ ,,,,,, तो करता है विश्वाश मिरा, अगर मै सुबह को शाम बताऊं ,,,,,,,तो देता है साथ मिरा, जिन्दगी की कसौटी कैसी भी रही हो ,,,,,साथ चलने मे मेरी, मुश्किलों का सामना मेरे साथ करे,,,,, ऐसा है भाई मिरा।। जीवन को जीने की परिभाषा,,,, बिना गलती के पूरी होती नही, व्क़्त की भी अपनी एक अभिलाषा,,,,, जो सपनो मे सोती नही, माँ बाप की आंखो मे दिखने लगे ,थोडा और जीने की जिज्ञासा उनकी औलाद अपने सपनो को पूरा करें,करते रहें बस नाम तेरा मुश्किलों का सामना मेरे साथ करे,,,,, ऐसा है वो भाई मिरा।। @The Poet Narendra Nagar #Nojotohindi #brothers_love #कसौटी #family_Sprit