मांँ की ममता ************* माँ से सृजित होती है........ भावपूर्ण जिंदगी, मांँ से ही कायनात,जज्बात, मांँ से ही नियति। बच्चों को देख ......बाहें....... पसारती है मांँ, भरके बाहों में लाल को जमाने का सुख पाती है मांँ, बाजुओं में पूरी कायनात को समेटने का दम भर्ती है मांँ। शिकन देख माथे पर, हृदय से बिलख उठती है मांँ, ममता अमूल्य हमारी हस्ती का वजूद है माँ। असूल-ए-जिंदगी का पाठ पढ़ाए कहां हारती है मांँ, बच्चों के भविष्य बनाने तक कहां थकती हैं मांँ। नूर- ए - नज़र को आंखों से ना दूर होने दें , रज़ा-ए- पाक की ज़मानत में अंत तक निभाती है माँ। #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #kksc8 #विशेषप्रतियोगिता #मांँकीममता