तू कल भी मेरे लिए अंगूर थी, आज भी मेरेे लिए अंगूर हो, क्या फर्क पड़ता हैं चाहे तेरे मांग में किसी और के नाम का सिंदूर हो, #bholujii #sonisingh #buolulove