जिसे पूरे ध्यान से हम सुनते हैं, वह तारीफ़ ही एक धोखा है, ग़ौर से जिसे हम सुनते ही नहीं , वो नसीहत ही सच्ची बात है .. #तारीफ़ #नसीहत