Nojoto: Largest Storytelling Platform

कितना अजीब ओ पल होता है साहेब, जब दिल की धङकन किसी

 कितना अजीब ओ पल होता है साहेब, जब दिल की धङकन किसी और के बाहों में  लिपटी हुई मिलती है।
 कितना अजीब ओ पल होता है साहेब, जब दिल की धङकन किसी और के बाहों में  लिपटी हुई मिलती है।