New Year 2024-25 जिंदगी करे यो सवाल कैसा रहा ये साल कोन जुड्या तेरे ते किसका ना पुछता इब हाल क्या आई थी मुसिबतें और के करया था कमाल के तैयारी है आगे की कोंनसी चालेगा चाल घरके है कैसे और क्या है तेरे यारो का हाल सुन मेरे यार मेरे दिल की पुकार हू मस्ती मैं और आचछे मेरे यार ज़िन्दगी चल रही है अपनी अपनी ही चाल घरके है खुश और मेरे यार बेमिसाल सफ़लता की यो लेके मसाल घोड़े की ढाल चालू ढाई ढाई चाल गीरु भी उठु भी हू मस्ती में रहु मैं ना फस्या मैं शिकारी पे ना फेख्या कदे जाल आज का है दिन मेरा करु बस इसका ख्याल यारा कि गेल में दैऊ सारु मुसिबतां टाल अर सबका यो रवै जमा एनडी यो साल।। ©Rahul Panghal #NewYear2024-25 hindi poetry poetry in hindi