तुमसे यूं ही मोहब्बत नहीं हुई है जानां, तेरी नर्गिसी आंखों में समन्दर-ए-जाम जो है। जब मिली नज़रे पहली दफा तो लगा, राही को इस सुरुरी-ए-इश्क़ से काम जो है। #नर्गीसी_आंखें #समन्दर_ए_जाम #सुरूरी_ए_इश्क़