शांति के संवाद के घोर विपुल नाद के सूर्य भव्य कल्प के निष्कर्ष और विकल्प के कालजयी ध्वनि तुम कलम के संकल्प के हैं चितेरे पंत किन्तु शिखर तुम चैतन्य हो प्रभामयी साहित्य के दिनकर तुम धन्य हो #toyou#mylove#ilovedinkar#totheblessedday#birthanniversary