हम तो सनम आपके मन मंदिर में थे इंतजार क्यों किया एक बार पुकारा होता अच्छे दिनों का क्या है ठिकाना हम तो बुरे दिनों में आपके साथ थे। Open for Collab शुभकामनाएं। - प्रवासी अमिताभ झा अमिताभ झा प्रवासी #प्रवासी #pravasi Amitabh Jha