वो यक़ीनन खुश है अंगुठी किसी और की पहन कर, मेने भी उसे बस एक ख्वाब लिखा था, वो उलझ चूका है, साँसों में किसी गैर की, उलझनों का अपनी मेने जिसे जवाब लिखा था, और वो चाहता है कि मैं आवाज लगाऊ उसको, पर इस कहानी में मैने उसे बस शराब लिखा था। #JaaNi #MufaSha