Nojoto: Largest Storytelling Platform

कभी-2 याद का तेरी मंजर कुछ इस तरह चला आता है!! ना

कभी-2 याद का तेरी मंजर
कुछ इस तरह चला आता है!!
ना चाहते हुए भी अँखियों से जाम
छलक ही जाता है!!

कहना था बस कह दिया
~~~ निशान्त ~~~ न चाहते हुए भी
कभी-2 याद का तेरी मंजर
कुछ इस तरह चला आता है!!
ना चाहते हुए भी अँखियों से जाम
छलक ही जाता है!!

कहना था बस कह दिया
~~~ निशान्त ~~~ न चाहते हुए भी