White जाने कब मेरी आंखों में धूल झोकें मेरी रिश्तेदारों का कोई भरोसा नहीं सांप पर तो भरोसा है हमको मगर अपने यारों का कोई भरोसा नहीं आम के पेड़ पर भिंडी लगी इन बहारों का कोई भरोसा नहीं एक बीमार कल नर्स को ले उड़ा इन कुंवारों का कोई भरोसा नहीं कोई महिला कहीं पर सुरक्षित नहीं थानेदारों का कोई भरोसा नहीं ©@BeingAdilKhan #Couple I_surbhiladha