#MessageOfTheDay विरह मातृ प्रेम की अवस्था का नाम नहीं विरह दुर्लभ भाव है जिसने मीरा को गिरधर से गोपियों को नंदलाल से शबरी अहिल्या को रघुवर से सुदामा को कृष्ण से मिलाया – पुरोहित"निशान्त" ©Purohit Nishant दोस्तों भगवान के प्रति प्रगाढ़ प्रेम और उनके मिलन के विरह में बिताए गए समय से ही ईश्वर से मिलन संभव है.... #Messageoftheday #हिन्दी_युग #Nojoto #भगवान #विरह_भाव