कितनो को लुटा है आंखो ने तेरी आजो ना,बसजाओ ना,आखों में मेरी तेरे बिन सुखी पड़ी है ये आंखे मेरी तुम आकर नम कर जाओ आंखे मेरी कितनो को लुटा है आंखो ने तेरी आजो ना,बसजाओ ना,आखों में मेरी तेरे बिन सुखी पड़ी है ये आंखे मेरी तुम आकर नम कर जाओ आंखे मेरी