जश्न जश्न-ए-मुहोबत हो अग़र, इज़हार-ए-इश्क़ हो जाए... मुक़म्मल-ए-ज़िन्दगी हो अग़र,Nidhi क़ुबूल-ए-बंदगी हो जाए!!! #जश्न