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अपने हिस्सो मे आई तकलीफें किसे पसंद होती है । ये

अपने हिस्सो मे आई तकलीफें किसे पसंद होती है । 
ये मुश्किलें, संघर्ष, ये गिरना, टूटना, बिखरना 
कहां कोई मांग के लाता है ।
और सच कहे तो सिर्फ सहने वाले को पता होता है अपने हिस्से के दर्दों का सच। 
पर ज़िंदगी कभी इस शर्त पर कहा मिली थी की वो हमेशा सीधी ही चलेगी 🙂
और देखते ही देखते तुम कितना सह गए शायद अपनी क्षमता से भी ज्यादा।
 बस तुम इन सब में खुद को पीछे छोड़ आए वो हसी, वो नादानियां ,
 वो बेफिक्री उसे ढूंढ लाओ वापस...
क्योंकि रास्तों ने तो कभी आसान नहीं होने की ठानी है 
और ज़िद्दी तुम भी कम कहा चलना छोड़ोगे नही !! 
तो मुस्कुराते हुए ही चलते है इस उम्मीद के साथ कि 
एक दिन शायद ज़ख्म भी थक कर यूंही मुस्कुरा कर रास्ता छोड़ जाए ।

©Deeksha Goswami #nojoto2022 #nojotolife #nojotohindi #deekshawrites #taqleef #hassi #umeed #duniya #dard #ziddi
अपने हिस्सो मे आई तकलीफें किसे पसंद होती है । 
ये मुश्किलें, संघर्ष, ये गिरना, टूटना, बिखरना 
कहां कोई मांग के लाता है ।
और सच कहे तो सिर्फ सहने वाले को पता होता है अपने हिस्से के दर्दों का सच। 
पर ज़िंदगी कभी इस शर्त पर कहा मिली थी की वो हमेशा सीधी ही चलेगी 🙂
और देखते ही देखते तुम कितना सह गए शायद अपनी क्षमता से भी ज्यादा।
 बस तुम इन सब में खुद को पीछे छोड़ आए वो हसी, वो नादानियां ,
 वो बेफिक्री उसे ढूंढ लाओ वापस...
क्योंकि रास्तों ने तो कभी आसान नहीं होने की ठानी है 
और ज़िद्दी तुम भी कम कहा चलना छोड़ोगे नही !! 
तो मुस्कुराते हुए ही चलते है इस उम्मीद के साथ कि 
एक दिन शायद ज़ख्म भी थक कर यूंही मुस्कुरा कर रास्ता छोड़ जाए ।

©Deeksha Goswami #nojoto2022 #nojotolife #nojotohindi #deekshawrites #taqleef #hassi #umeed #duniya #dard #ziddi