दुनिया से हो गए हैं बेज़ार हम इस कदर ना राहें दिलनशीं रहीं, ना सुकूँ देता है घर क्या कभी मिलेगा इस बंजारन को घर ? #diaryofdiksha #बंजारा #yqdidi #nomadicminds #घर #दुनिया #बेज़ार #home