कोई जो रूठा है तो किसके आस पे कोन मनाएगा उसे खुद को नीचा दिखा के। किसी की नादानियां खलती है आज तो किसी को खोने की राज जागती है आज। खुद से जो में हूं रूठा समझ नहीं आता क्यों बन गया हूं मैं ज़िंदा लास। अपनों से दूर कहीं घर बना बैठा हूं। खुद से दूर कहीं सब कुछ खो बैठा हूं। हर ज़िन्दगी की तलाश मौत है पर हर ज़िन्दगी का राज कुछ अपने हैं। खुद को तलाशते तलाशते मौत के करीब तो नहीं गया पर अपनों को खो आया मैं। कई राज दबा बैठा जो अपने अंदर ना कोई पूछने वाला है ना किसी को बताने वाला। खुद से सिमट कर मै गुमनाम बैठा रहता हूं सच कह रहा हूं मै एक ज़िंदा लाश बन बैठा हूं। #nojoto #shyarimahfil #brokenhurt #dardedil #inspiration