जब आपको आपकी चुप्पी आपके शब्दों से ज्यादा उत्तम लगे,तब समझ लेना चाहिए कि, सामने वाले भी, आपकी चुप्पी के समान ही अति उत्तम श्रेणी के ही हैं। इसे मेरे व्यक्तिगत विचार नहीं, बल्कि अनुभव से प्राप्त शब्दविहीन चुप्पी की भाषा मे जबाब देने की कला समझने की भूल न करके,अपने आप को उन अति उत्तम प्राणियों से दूर रखने का अद्वितीय प्रयास करना चाहिए....ताकि आपकी वाणी कलंकित होने से बच सके।