कभी रास्ते बदल गये। कभी इरादे बदल गये। जरूरत से भी ज़्यादा, उसके वादे बदल गये। हम भी थे अलग राही। उसे पलकों पर बैठाया, और पैदल निकल गये। धोखे में सँभलकर चले हम, फ़िर भी हमारे पैर फिसल गये। पलकों पर वो बैठे बेवफ़ा, फ़ौरन ही बाहर निकल गये। बदल गया #badalgaya #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine #nirajnandini Collaborating with YourQuote Bhaijan