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....... धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे l शंकर सम्

.......       धूप  दीप  नैवेद्य  चढ़ावे l शंकर  सम्मुख  पाठ  सुनावे ll
      जन्म -जन्म के पाप नसावे l अंत धाम शिवपुर में पावे ll

                        ll💚ll ॐ नमः शिवाय ll💚ll
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भावार्थ :- धूप, दीप और नैवेद्य ( भोग चढ़ाना ) से पूजन करके शंकर जी की मूर्ति या चित्र के सामने बैठकर यह पाठ करना चाहिए l इससे जन्म -जन्मान्तरों के पाप नष्ट होते हैं और अंत में शिवलोक में वास होता है अर्थात मुक्ति हो जाती है l
                                                                       ( शिव चालीसा )
.......       धूप  दीप  नैवेद्य  चढ़ावे l शंकर  सम्मुख  पाठ  सुनावे ll
      जन्म -जन्म के पाप नसावे l अंत धाम शिवपुर में पावे ll

                        ll💚ll ॐ नमः शिवाय ll💚ll
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भावार्थ :- धूप, दीप और नैवेद्य ( भोग चढ़ाना ) से पूजन करके शंकर जी की मूर्ति या चित्र के सामने बैठकर यह पाठ करना चाहिए l इससे जन्म -जन्मान्तरों के पाप नष्ट होते हैं और अंत में शिवलोक में वास होता है अर्थात मुक्ति हो जाती है l
                                                                       ( शिव चालीसा )
alpanabhardwaj6740

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