आज-कल लालच की है ये दुनियां भरे पड़े है लालची यहां बस एक टुकड़ा पड़ने की देर यहां लुट पड़ती है ये दुनियां -लालच ©Ashok #Twowords #लालच #लालची_व्यक्ति #सत्यवचन #thoughtoftheday