तेरी कश्ती मे आकर सोचा की दरिया पार हो जायेगा। क्या खबर थी की बीच मझधार छोड़ जायेगा ।। यूं तो मजबूत थे मसतूल भी , बादबान भी । क्या खबर थी की मांझी साथ छोड़ जायेगा ।। यूं तर हो कर रोया आसमां भी आज । क्या खबर थी की आफताब भी लाल हो जायेगा बीच दरीया मे ठहरे तकते रहे साहील को । यूं की हाथ थाम कोई पार ले जायेगा ।। #love #friend #nojoto_jaipur #friend #loveyou #sahil #kashti