Nojoto: Largest Storytelling Platform

रात की रोशनी भी क्या खूब है दिल में अरमान जगाती है

रात की रोशनी भी क्या खूब है
दिल में अरमान जगाती है 
महबूब से मिलने को तड़पाती है 
मिल जाए तो जिस्म में आग लगाती है 
ना मिले तो रातों को जगाती है 
तन्हा रातें काटे नहीं कटती 
उसकी मदहोश निगाहें 
भुलाए नहीं भूलती 
उसकी मोहब्बत रुसवा होकर 
भी मिटाए नहीं मिटती
इस रोशनी का क्या करूं 
दिल को कैसे तनहाई में डूब जाने दूं
यादों को समेट उस में ही 
खुश हो जाती हूं 
रातों को इस तरह काटने पर 
मजबूर हो जाती हूं
©_muskurahat_ #raj #poet #shares #nojoto #hindi #nojotopoem #roshani
रात की रोशनी भी क्या खूब है
दिल में अरमान जगाती है 
महबूब से मिलने को तड़पाती है 
मिल जाए तो जिस्म में आग लगाती है 
ना मिले तो रातों को जगाती है 
तन्हा रातें काटे नहीं कटती 
उसकी मदहोश निगाहें 
भुलाए नहीं भूलती 
उसकी मोहब्बत रुसवा होकर 
भी मिटाए नहीं मिटती
इस रोशनी का क्या करूं 
दिल को कैसे तनहाई में डूब जाने दूं
यादों को समेट उस में ही 
खुश हो जाती हूं 
रातों को इस तरह काटने पर 
मजबूर हो जाती हूं
©_muskurahat_ #raj #poet #shares #nojoto #hindi #nojotopoem #roshani