हम राहों के राही हैं, बढ़ा कदमताल, सुकून मिलेगा तुझें ,जब तू करेगा कमाल, तेरे राहों में आये, चाहे कंकड़ पत्थर हजार, सुकून मिलेगा जब तू ,उन रास्तों को कर लेगा पार, तेरे हौसलों को तू ही देगा विस्तार,नही मानना तू हार, सुकून मिलता हैं ,जब हम रचते है इतिहास, अपनी असफलता से सीखना ,सबसे बड़ा है अभ्यास। सुकून मिलता है सुकून मिलता है जब तेरी याद हवा के संग आती है और मन में रंग-बिरंगे फुल खिला जाती है सुकून मिलता है जब बारिश की फुहारे चेहरे पर गिरकर तेरे छुने का अहसास दिला जाती है