Nojoto: Largest Storytelling Platform

भागती भीड़ में भी ठहरा हूँ, मैं बदल जाऊं ये मुमकिन

भागती भीड़ में भी ठहरा हूँ,
मैं बदल जाऊं ये मुमकिन नहीं...
मुझे में गुज़रा हुआ एक ज़माना है,
मैं हर साल बदलता कैलेंडर नहीं...

©paritosh@run मैं कैलेंडर नहीं...
भागती भीड़ में भी ठहरा हूँ,
मैं बदल जाऊं ये मुमकिन नहीं...
मुझे में गुज़रा हुआ एक ज़माना है,
मैं हर साल बदलता कैलेंडर नहीं...

©paritosh@run मैं कैलेंडर नहीं...
prun9953975669380

paritosh@run

New Creator