बात बहुत गंभीर है - योगेश सिंह "आझाद" आज मन मेरा बहुत अधीर है क्युकि बात ही बहुत गंभीर है चारों दिशाओं की हवाओं में आज अलग सा कोलाहल है हर मानव-उन्नती आज प्रकृती के समक्ष विफल है चाँद, मंगल तक दूरी तय करने वाले, आज एक दूसरे की चौकट तक ना पहुंच सकते. क्यूंकि आज साहस पर सावधानी प्रबल है. यह युद्ध है बड़ा ही अलग, इसे समझना बहुत जरूरी है. इस शत्रु का नाश उसके पास जाकर न होगा, रखना हमे इससे दूरी है. सचेत रहकर, स्वच्छ हो कर, हांथ धोकर, इससे दूर रहें. तब ही इस पर जीत हमारी पूरी है. इन नियमों को तोड़ने वाले समाज पर एक बड़ा पीर हैं. आज मन मेरा बहुत अधीर है क्यूंकि बात ही बहुत गंभीर है बात बहुत गंभीर है #azadkikalam