नजर तलाशती है जिसे वो प्यारा सा ख्वाब हो तुम मिलती है दुनिया सारी ना मिलकर भी लाजवाब हो तुम।। - ✍️वैभव तुम नहीं बदले वैसे ही हो जैसे पहली मुलाकात में थे चुप चुप से कुछ कहना था शायद तुम्हें मैं आज भी इंतजार कर रही हूं उन शब्दों का जो मैं सुनना चाहती हूं। Janmdin ki Pyar Bhari shubhkanayen dear dost