वह प्यार जताने के कितने नुस्ख़े आजमाती है। कभी राशि देखे तो कभी कुण्डली मिलाती है। उसको फ़िक्र रहती है मेरी ख़ुद से भी ज़्यादा! वह सज़दे में रहकर मुझको दुःख से बचाती है। हर एक शै' में ख़ुद से जोड़ कर देखती है मुझे! हर एक पै' से वह मेरे लिए ओट कर जाती है। यह तेरे इश्क़ का रंग कुछ इस तरह चढ़ गया! ये स्याह सी ज़िन्दगी इन्द्रधनुष नज़र आती है। ♥️ Challenge-873 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।