अंधभक्ति का नशा चढा या आंखें मूँद रक्खी है भाई ! सड़कों पर सैलाब है जन का, फिर क्यूँ समझ न सुधर पाई !! तानाशाही की हुकूमत है तो समझ में आता है ! याद न रहे जनतंत्र तो संविधान पढ़ा जाता है !! ईवीएम के सहारे नैया पार नहीं होगी ! जनहित की पताका भी अब तो फहरानी ही होगी !! दालें मंहगी, डॉलर महंगा, बेच दिया है तिनका तिनका ! कर्ज़ देश पे बढ़ा है यारों, न जाने है किनका किनका !! बैंक जमा सीमित सुरक्षित, बचत करें तो रक्खे कहाँ ? आपद आये घर परिवार पे, बिना बचत के सलटे ना !! भारत जोड़ों में सारे भारत का साथ है ! बैलेट से हो जाय वोट तो जनतंत्र से इंसाफ है !! #aaveshvaani #janmannkibaat #democracy #india