Nojoto: Largest Storytelling Platform

टूटता है ख्वाब जब भी देखते है फिर भी रुकते नहीं ए

टूटता है ख्वाब जब भी देखते  है
फिर भी रुकते नहीं एक नया ख़्वाब देखते है 
ह्रदय को प्रकाशित करता है 
हर पल उम्मीदों की रोशनी भरता है
दूर क्षितिज खड़ी मंजिलों को,
हौसलों से करीब करने की 
सारी दुनियाँ छोड़ देती है साथ 
जब गिरने लगते है 
यहीं ख़्वाब है जो उठ कर 
खड़ा होने का हौसला देते हैं

©Shikha Srivastava
  #Khvab #ख़्वाब #हौसला