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है हासिल इशरत मुझे कोई शिक़वा नहीं मगर, ज़रा नाज़ु

है हासिल इशरत मुझे कोई शिक़वा नहीं मगर,
ज़रा नाज़ुक ये शीशा-दिल है ऐ ख़ालिक़-ए-शीशागर اا

ہے حاصل عشرت مجھے کوئی شکوہ نہیں مگر،
ذرہ نازک یہ شیشہ دل ہے اۓ خالقِ شیشہگر  اا ख़ालिक-ए-शीशागर - दिल बनाने वाले ख़ुदा
_Word_Collab_Challenge_
Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry 
आज का लफ्ज़ है "इशरत"
अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,,
जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा !
और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा।
है हासिल इशरत मुझे कोई शिक़वा नहीं मगर,
ज़रा नाज़ुक ये शीशा-दिल है ऐ ख़ालिक़-ए-शीशागर اا

ہے حاصل عشرت مجھے کوئی شکوہ نہیں مگر،
ذرہ نازک یہ شیشہ دل ہے اۓ خالقِ شیشہگر  اا ख़ालिक-ए-शीशागर - दिल बनाने वाले ख़ुदा
_Word_Collab_Challenge_
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आज का लफ्ज़ है "इशरत"
अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,,
जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा !
और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा।
tariqueaziz4570

Abeer Saifi

New Creator

ख़ालिक-ए-शीशागर - दिल बनाने वाले ख़ुदा _Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry आज का लफ्ज़ है "इशरत" अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,, जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा ! और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा। #खुशी #YourQuoteAndMine #enjoyment #Delight #urduhindi_poetry #aamirshaikh